पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुरुलिया में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे।
पुरुलिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले वामपंथियों और फिर टीएमसी की सरकार ने यहां उद्योग-धंधे पनपने नहीं दिए। यहां सिंचाई के लिए जितना काम होना चाहिए था, वो भी नहीं हुआ। कम पानी की वजह से पशुओं को पालने में होने वाली दिक्कत मैं भली-भांति जानता हूं।
खेती-किसानों को अपने हाल पर छोड़कर टीएमसी सरकार सिर्फ अपने खेल में ही लगी रही। इन्होंने पुरुलिया को दिया है जल संकट से भरा जीवन, पलायन, गरीबों को भेद-भाव भरा शासन, इन्होंने पुरुलिया की पहचान देश के सबसे पिछड़े क्षेत्र के रूप में बनाई है।
ये लोग कैसे काम करते हैं इसका उदाहरण है, पुरुलिया पाइप्ड वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट, 8 साल हो गए ये अब तक अधूरा पड़ा है। सारे बांध, सरोवर की स्थिति भी आपके सामने है, यहां के किसानों को इसका जवाब कौन देगा दीदी?
2 मई के बाद जब पश्चिम बंगाल में बीजेपी की सरकार बनेगी तो उद्योग और रोजगार के लिए अनेक अवसर बनेंगे। यहां ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि लोगों को पलायन के लिए मज़बूर नहीं होना पड़ेगा। यहां कृषि आधारित उद्योगों को बल दिया जाएगा ताकि यहां के युवाओं को यही पर ज्यादा रोजगार मिल सके।
दलित, आदिवासी, पिछड़े इलाकों के हमारे युवा भी रोज़गार के अवसरों से जुड़ सकें, इसके लिए कौशल विकास पर और ज़्यादा फोकस किया जाएगा। यहां के छाऊ कलाकारों, यहां के हस्तशिल्पियों को कमाई और मान सम्मान से जुड़ी दूसरी सुविधाएं मिले, ये सुनिश्चित किया जाएगा।
WATCH पश्चिम बंगाल में TMC के दिन अब गिनती के रह गए हैं और ये बात ममता दीदी भी अच्छी तरह समझ रही हैं। इसलिए वो कह रही हैं, खेला होबे। जब जनता की सेवा की प्रतिबद्धता हो, जब बंगाल के विकास के लिए दिन-रात एक करने का संकल्प हो, तो खेला नहीं खेला जाता, दीदी।
10 साल के तुष्टिकरण के बाद, लोगों पर लाठियां-डंडे चलवाने के बाद, अब ममता दीदी अचानक बदली-बदली सी दिख रही हैं। ये हृदय परिवर्तन नहीं है, ये हारने का डर है। ये बंगाल की जनता की नाराजगी है, जो दीदी से ये सब करवा रही है।